शतावरी की तासीर कैसी होती है

शतावरी का आयुर्वेद में जिक्र किया गया है क्योंकि यह एक औषधि है और इसका उपयोग पिछले लम्बे समय से इलाज के लिए किया जाता है । हालांकि इसका सेवन शरीर को फायदा देने के लिए भी कर लिया करते हैं कुछ लोग । लम्बे समय तक शतावरी का सेवन करने से कहीं कोई प्रॉब्लम तो नहीं क्योंकि कुछ लोग यही जानना चाहते हैं कि शतावरी की तासीर कैसी होती है उसी के बारे हम बताने वाले हैं ।

शतावरी की तासीर कैसी होती है
शतावरी की तासीर कैसी होती है

आयुर्वेद में बताया गया है कि शतावरी एक ठंडी तासीर की औषधि है । पिछले कई समय से कई कंपनियां शतावरी को मार्किट में अलग-अलग तरीके से बेच रही हैं जैसे कि इसका चूर्ण और इसकी डंडियाँ आदि । दवाइयों में तो इसका उपयोग किया ही जाता आ रहा है क्योंकि यह इन्सान के हार्मोन्स को ठीक करने में काफी लाभदायक है । इसी कारण से महिलाएं और पुरुष इसका सेवन कुछ समय के लिए करते हैं ।

इसकी ठंडी तासीर है, इसी वजह से इसका सेवन बेझिझक गर्मियों के मौसम में कर सकते हैं । अगर किसी समस्या को ठीक करने के लिए इसका सेवन सर्दियों में भी करना पड़े तो भी कर सकते हैं । किन्तु कोशिश करनी चाहिए सर्दियों के मौसम में गर्म तासीर वाले पदार्थों का भी सेवन करने को ।

इसकी ठंडी तासीर को ध्यान में रखने के अलावा इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि वो लोग इसका सेवन ना करें जिनका कफ पहले से बढ़ा हुआ है । क्योंकि ऐसा हो जाने से समस्या बिगड़ सकती है क्योंकि शतावरी एक तरफ वात और पित्त को तो कम करने में सहायक है लेकिन कफ को बढ़ा देती है । जबकि ज्यादा मात्रा में कफ का बढ़ना सही नहीं होता है ।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *