गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए

गाल ब्लैडर स्टोन एक गंभीर समस्या है जिसकी वजह से मरीज के पेट के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है और ऐसा होना सामान्य बात है । इसको रोकने के लिए दवाइयाँ तो खानी ही पडती हैं जिसे डॉक्टर देते हैं मरीज को खाने के लिए । लेकिन साथ में सही खान-पान का भी ध्यान रखना होता है और इसी कारण से मरीजों के मन में सवाल ये सवाल होता है कि गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए (gallbladder stone me kya nahi khana chahiye) यानि क्या कुछ नहीं खाना होता है, जिससे कि गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या ना बढ़े ।

गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए, को लेकर जो भी जानकारी इस लेख में हम देने वाले हैं वह जानकारी हमने डॉक्टर से ही ली है । जिसकी वजह से इस लेख में आपको वही जानकारी मिलने वाली है जो जानकारी डॉक्टर्स अक्सर मरीजों को बताते आ रहे हैं गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या को बढ़ने से रोकने के लिए, चलिए जानते हैं ।

गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए
गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए

गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए

बहुत से ऐसे खाद्य और तरल पदार्थ हैं जिसका सेवन तब नहीं करना होता है जब मरीज गाल ब्लैडर स्टोन से पीड़ित है और उन खाद्य पदार्थों के नाम हैं फ़ास्ट फ़ूड, तरल पदार्थ, दूध, मलाई इत्यादि । हालांकि इसके अंदर और इसके अलावा भी कई खाने-पीने की वस्तुओं के नाम सामने निकल कर आते हैं जिसका सेवन नहीं करना होता है गाल ब्लैडर स्टोन से पीड़ित मरीज को । गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए, उन सभी खाने-पीने की वस्तुओं के नाम और कारणों को लेकर विस्तारपूर्वक जानकारी नीचे निम्नलिखित है :

दूध

दूध में फैट की मात्रा ज्यादा होती है जो गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या को बढ़ावा दे सकता है । गाल ब्लैडर स्टोन से पीड़ित मरीजों को कोशिश करनी चाहिए दूध नहीं पीने की । अगर मरीज दूध पीना ही चाहता है तो ऐसे में वह बिना सपरेटा दूध पी सकता है क्योंकि सपरेटा दूध में फैट की मात्रा बेहद कम होती है । चाहे तो मरीज दूध से बनने वाली मलाई को बाहर निकाल कर उसी दूध को पी सकता है क्योंकि फैट निकल जाता है काफी मात्रा में । लेकिन जिस दूध से मलाई बनी ही नहीं, उस दूध में फैट की मात्रा ज्यादा होने की वजह से वह दूध नहीं देना चाहिए मरीज को ।

दहीं

भले ही दहीं खाना शरीर के लिए काफी लाभदायक माना जाता है, लेकिन गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या से जूझ रहे मरीजों के लिए नहीं । इसका करा ये है कि दूध के साथ-साथ दहीं में भी फैट की मात्रा ज्यादा होती है जो गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या को बढ़ावा दे सकता है । इसी वजह से गाल ब्लैडर स्टोन समस्या से झुझ रहे मरीज दहीं ना खाए । चाहे तो दहीं की लस्सी बनाकर उसे पी सकते हैं क्योंकि उसमें से फैट निकल जाता है जो नुकसान नहीं करेगा मरीज को गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या के दौरान ।

बटर

जिस प्रकार दूध में फैट की मात्रा काफी ज्यादा पाई जाती है, उसी तरह बटर में भी फैट की मात्रा ज्यादा ही पाई जाती है । जिन मरीजों को गाल ब्लैडर स्टोन हुआ है वे मरीज बटर मत ही खाएं क्योंकि बटर में ज्यादा फैट होने की वजह से गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या बढ़ सकती है । चाहे तो मरीज बटर की बजाय बटर मिल्क पी सकते हैं और ऐसा डॉक्टर बताते हैं, जबकि दूध और बटर में तो फैट पहले से ही ज्यादा मात्रा में देखने को मिलता है ।

क्रीम

दूध से बनने वाली क्रीम में भी फैट की मात्रा ज्यादा ही देखने को मिलती है । गाल ब्लैडर स्टोन से पीड़ित मरीज को कोशिश करनी चाहिए दूध से बनने वाली क्रीम नहीं खाने की, क्योंकि क्रीम में मौजूद फैट की अधिक मात्रा गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या को बढ़ावा दे सकती है ।

फ़ास्ट फ़ूड

आज के समय में फ़ास्ट फ़ूड का सेवन नौजवानों की तरफ से काफी मात्रा में किया जा रहा है जैसे कि बर्गर, पिज्जा, समोसे, कचौरी आदि । कुछ लोग रोटी की जगह फ़ास्ट फ़ूड को ही खाना शुरू कर दे रहे हैं और ऐसा उन मरीजों के लिए करना नुकसानदायक है जो मरीज गाल ब्लैडर स्टोन से पीड़ित है । गाल ब्लैडर स्टोन से पीड़ित मरीज को फ़ास्ट फ़ूड का सेवन करना बिल्कुल ही बंद कर देना चाहिए क्योंकि फ़ास्ट फ़ूड में तेल का उपयोग ज्यादा किया जाता है, जोकि गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या को बढ़ा देगा ।

तले खाद्य पदार्थ

तले हुए खाद्य पदार्थों की बात करें तो समोसे, पकौड़े, टिक्की, भटूरे-छौले आदि का सेवन बंद या फिर कम कर देना चाहिए उन मरीजों को जो गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या से जूझ रहे हैं । इस तरह के खाद्य पदार्थों को बनाने के लिए या फिर तलने के लिए तेल अधिक मात्रा में यूज होता है जोकि गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या को बढ़ा सकता है । घर में बनने वाली अधिकतर सब्जियां बनाने के लिए तेल ज्यादा की बजाय जितना हो सके कम ही डाल कर उसे खाना चाहिए या फिर कोशिश करनी चाहिए ज्यादा तेल वाली सब्जियां नहीं खाने की ।

कोल्ड ड्रिंक्स

कोल्ड ड्रिंक्स में अधिकतर मात्रा में केवल केमिकल ही डाले गए होते हैं जोकि गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या को बढ़ावा दे सकते हैं । कोल्ड ड्रिंक्स के तौर पर कुछ लोग शराब, बीयर आदि पीते हैं जोकि उस मरीज को नहीं पीना चाहिए जो मरीज गाल ब्लैडर स्टोन से पीड़ित हैं । गाल ब्लैडर स्टोन से पीड़ित मरीजों को जितना हो सके गाल कोल्ड ड्रिंक्स जैसे केमिकल से बने हुए तरल पदार्थों का सेवन कम कर देना चाहिए या बंद ही कर देना चाहिए ।

मसालेदार भोजन

मसालेदार भोजन बाहर का हो या फिर घर का, दोनों ही नहीं खाने चाहिए । मार्किट में मिलने वाले अधिकतर भोजन में गर्म मसालों का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जाता है जोकि गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या को बढ़ा सकता है । इसका कारण ये है कि मसालेदार भोजन पाचन तन्त्र को प्रभावित कर सकता है जिससे भोजन पचने में समय ज्यादा लेता है और पेट से सबंधित अन्य समस्याएँ भी बढ़ने लग सकती हैं । इसीलिए ज्यादा मसालें से बना हुआ भोजन की बजाय कम मसले से बना हुआ ही भोजन मरीज को करना चाहिए ।

मीट

मांस यानि मीट खाना नुकसान तो नहीं होता है शरीर के लिए । लेकिन ज्यादा मात्रा में मीट खाने से मरीज गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या बढ़ सकती है । इसी की वजह से पेट में संक्रमण के फैलने की आशंका बढ़ जाती है । अगर हम डॉक्टर से ये पूछते हैं कि गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए, तो ऐसे में डॉक्टर मीट खाने से मना तो नहीं करते लेकिन लाल मांस खाने की मात्रा कम करने को कह सकते हैं ।

अंडा

डॉक्टर्स अंडा भी खाने से मना करते हैं क्योंकि अंडा खाने वाले मरीजों में गाल ब्लैडर स्टोन का साइज़ बढ़ सकता है । इसीलिए जो मरीज ज्यादा ध्यान रख रहे हैं कि उनकी गाल ब्लैडर स्टोन का साइज़ न बढ़े तो ऐसे में वे मरीज अंडे को ना ही खाएं तो अच्छा है ।

चाय और कॉफ़ी

चार और कॉफ़ी तो डॉक्टर पीने से अवश्य मना करते हाँ उन मरीजों को जिनके गाल बिल्डर में स्टोन हुआ हो । ऐसा कहा जाता है कि गाल ब्लैडर में स्टोन के साइज़ को बढ़ा देता है चाय और कॉफ़ी क्योंकि इसमें कैफीन ज्यादा मात्रा में शामिल हुआ होता है । कोशिश करनी चाहिए कैफीन वाले तरल या खाद्य पदार्थों को नहीं खाने की । हालांकि चाय पीनी ही है तो ऐसे में हर्बल चाय या फिर सेब वाली चाय पी सकते हैं ।

ज्यादा फैट वाले खाद्य और तरल पदार्थ

बहुत से खाद्य और तरल पदार्थ ऐसे हैं जिसमें फैट अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जैसे कि फ़ास्ट फ़ूड, तले हुए खाद्य पदार्थ, चॉकलेट, दूध और दूध से बने सभी पदार्थ इत्यादि । इन सभी खाद्य और तरल पदार्थों में फैट की मात्रा ज्यादा होने की वजह से जब मरीज इन सभी खाद्य और तरल पदार्थों का सेवन करता है, तब हो सकता है गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या बढ़े । डॉक्टर्स मरीजों को सलाह देते हैं अधिक मात्रा वाले फैट पदार्थों का सेवन नहीं करने की, जिससे की गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या बढ़ने की आशंका ना हो ।

कोलेस्ट्रॉल से भरपूर खाद्य और तरल पदार्थ

मक्खन, घी, मांस, अंडे, चिप्स, चॉकलेट, शराब, नूडल्स, ब्रेड, पिज्जा, फ़ास्ट फूड्स, दूध और दूध से बने सभी उत्पादों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होती है । इन सभी उत्पादों को खाना या पीना थोड़ा सा नुकसान पहुंचा सकता है गाल ब्लैडर स्टोन से पीड़ित मरीज के लिए । इसीलिए मरीज को परहेज करना चाहिए high कोलेस्ट्रॉल वाले तरल और खाद्य पदार्थ नहीं खाने का ।

Gallbladder stone me kya nahi khana chahiye

अगर आप ये जानना चाहते हैं कि गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए यानी वे पदार्थ जिसे नहीं खाना होता है गाल ब्लैडर स्टोन में, उसके नाम हैं चॉकलेट, दूध, दहीं, बटर, क्रीम, फ़ास्ट फ़ूड, तले हुए खाद्य पदार्थ, कोल्ड ड्रिंक्स, शराब, बीयर, मसालेदार भोजन, मीट, लाल मांस, अंडा , आइसक्रीम इत्यादि ।
इसके अलावा वे खाद्य और तरल पदार्थ भी नहीं खाने होते हैं जिसमें फैट, कैफीन और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होती है । क्योंकि ये सभी तत्व गाल ब्लैडर में स्टोन को बढ़ा सकते हैं जिसका असर धीरे-धीरे ही दिखाई देता है ।

मेरी राय :

इस ब्लॉग के इस “गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए” लेख में हमने 10 से भी ज्यादा उन सभी खाद्य और तरल पदार्थों के नाम बताए हैं जिन्हें तब नहीं खाना होता है जब मरीज को गाल ब्लैडर स्टोन हुआ हो । हालांकि इस “गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए” लेख में हमने उन्हीं मुख्य खाद्य पदार्थों के बारे विस्तारपूर्वक जानकारी दी जो खाद्य और तरल पदार्थ जो अक्सर लोग खाते तो हैं रोजाना, लेकिन गाल ब्लैडर स्टोन में नहीं खाना होता है ।

भले ही आपने ये काफी कुछ जान लिया होगा कि गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए या फिर क्या नहीं खाना होता है, जबकि इन मामलों में खान-पान को लेकर हद से ज्यादा परहेज करने की भी जरूरत नहीं पड़ती है । गाल ब्लैडर स्टोन में क्या नहीं खाना चाहिए, के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद मरीज को अपना ईलाज डॉक्टर से ही करवाना चाहिए और उनकी तरफ से जो भी दवाई दी जाएगी उसे ही खाना चाहिए, जिससे कि यह समस्या ठीक हो सके । यह बात तो सच है कि सही खान-पान ना होने के कारण गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या बढ़ सकती है ।

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